आरा/भोजपुर (डॉ दिनेश प्रसाद सिन्हा)31 अगस्त।कन्याकुमारी से कश्मीर तक राष्ट्रव्यापी संकल्प यात्रा आरा पहुंची।स्वर्वेद कथामृत के प्रवर्तक सुपूज्य संत प्रवर विज्ञान देव जी महाराज ने संकल्प यात्रा के क्रम में शहर के ग्रैंड रिसोर्ट धनुपरा में आयोजित जय स्वर्वेद कथा एवं ध्यान साधना सत्र में उपस्थित सभी श्रद्धालुओं के मध्य व्यक्त किये।चलो जलाएं, वहां जहां अभी अंधेरा है।सत्संगति हमारे जीवन को निखारती है।उन्होंने कहा कि भारत की आत्मा का नाम अध्यात्म है।आध्यात्मिक महापुरुषों के बदौलत ही भारत विश्व गुरु रहा है, विश्वगुरु है और मैं कहता हूं भारत विश्व गुरु रहेगा।स्वर्वेद हमारी आध्यात्मिक यात्रा को सदैव जागृत रखता है। स्वर्वेद का आचरण मनुष्य को देवत्व में स्थापित कर देता है।
विज्ञान देव जी महाराज ने उपस्थित श्रद्धालुओं को विहंगम योग के क्रियात्मक योग साधना को सिखाया। कहा कि यह साधना खुद से खुद की दूरी मिटाने के लिए है। आयोजकों ने बताया कि 06 एवं 07 दिसंबर 2024 को विशालतम ध्यान – साधना केंद्र स्वर्वेद महामंदिर, वाराणसी के पावन परिसर में 25000 कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ होना है। बताते चलें की महाराज की 135 फिट से भी ऊंची प्रतिमा का भी निर्माण स्वर्वेद महामंदिर परिसर मे होने वाला है।इस अवसर पर संरक्षण रामचंद्र तिवारी, बिहार राज्य समन्वयक सह दक्षिण बिहार महामंत्री भूपेंद्र राय, पटना पश्चिमी प्रमंडल मंत्री उमेश कुमार, युवा अध्यक्ष बिहार संजय सिंह, सचिव भोजपुर विजय पाण्डेय, मीडिया प्रभारी सुरेश कुमार, आरा अनुमंडल संयोजक श्रीकृष्ण प्रसाद संयोजिका रीना गुप्ता आदि की उपस्थिति रही।