आरा/भोजपुर(अनिल सिंह) बीते दिनों आयकर विभाग के अचानक छापे से चर्चा और अखबारों की सुर्खियों में आये एमएलसी राधा चरण साह ऊर्फ सेठ जी ने घटनाक्रम पर कहा की आयकर विभाग का छापा पड़ना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।उन्होंने कहा की मेरा परिवार पिछले 5 दशकों से व्यवसाय कर रहा है,और 5 राज्यों में व्यवसाय विस्तारित है,पत्रकारों द्वारा तीन दिन लगातार छापे के सवाल पर उन्होंने आत्मविश्वास के साथ कहा की तीन नही 4 दिन चला और इस कार्रवाई में मैंने आयकर विभाग के अधिकारियों को पूरा सहयोग भी किया साथ ही उन्होंने अपने लगभग 200 संचालित खातों के बारे में कहा की उनके पास एक एक पैसे का हिसाब है जिससे वो निश्चिंत है उन्हें इसकी चिंता बिल्कुल नही है,उनका सारा व्यवसाय आयकर नियमो के तहत ही संचालित है और बताया कि वर्ष 2005 में भी इस तरह की कार्रवाई की गई थी उस समय भी कोई बेनामी संपत्ति नही मिली थी साथ ही आयकर विभाग द्वारा अतिरिक्त जमा किए गये आयकर की वापसी भी की थी जिसका साक्ष्य उनके पास उपलब्ध है,अंत में इन सारी कार्रवाई का ठीकरा उन्होंने भाजपा पर मढ़ा। हालाकि ये आयकर विभाग की कार्रवाई उनके पुत्र की शादी के वर्षगांठ के भव्य आयोजन के अगले ही दिन हुई। राजनीति गलियारों की चर्चाओं पर अगर बात करे तो खबर के अनुसार ये चर्चा आ रही है की साह जी ऊर्फ सेठ जी का राजनीतिक पैठ दिन ब दिन बढ़ते जा रहा है और ये अपने पुत्र को आगमी 2024 की लोक सभा के प्रत्याशी के रूप में लाने वाले है,और इनके इस कदर बढ़ते रसूख को अवरोधित करने के लिए राजनीतिक षडयंत्र के तहत ऐसी कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है।बरहाल मामला जो भी हो ये तो विभागीय कार्रवाई है।इन सारी बातों की कहे तो ये समझना मुश्किल है की कसूर रसूख का है? या कुछ और?
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