RKTV NEWS/अनिल सिंह,11अप्रैल। भोजपुर जिले के जगदीशपुर नयका टोला मोड पर प्राथमिक शिक्षक संघ (गोपगुट) के जगदीशपुर इकाई द्वारा नयी शिक्षक भर्ती नियमावली 2023 की प्रतियां जलाकर विरोध किया गया। विरोध व्यक्त करते हुये कहा गया की नयी शिक्षक भर्ती नियमावली 2023 के रूप में नियोजित शिक्षकों के साथ छलावा किया गया है। क्योंकि हाल में ही नियोजित शिक्षक संगठनों एवं मंत्री स्तर की वार्ता में राज्यकर्मी का दर्जा दिये जाने का आश्वासन दिया गया था। हजारों नियोजित शिक्षक वर्ष 2023-25 में सेवानिवृत्ति की कगार पर हैं । जो वर्षों से अपनी वाजिब मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे है। नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दीया जानी चाहिए अन्यथा शिक्षक आंदोलन करने को बाध्य होगें।
जगदीशपुर गोपगुट के प्रखंड अध्यक्ष मनीष कुमार ने कहा कि सोमवार को सरकार ने मंत्रिमंडल की बैठक में बिहार शिक्षक नियमावली 2023 का प्रस्ताव पारित किया है। वह शिक्षकों के हित में नहीं है। नियमावली में कहा गया है कि अब जो भी शिक्षकों की बहाली होगी, वे राज्यकर्मी कहलाएंगे। इसके अलावा वर्तमान में पंचायती राज व नगर निकाय के तहत नियुक्त कर्मी भी इस नियमावली की नियुक्ति प्रक्रिया के माध्यम से राज्यकर्मी के इस नये संवर्ग में नियुक्त हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि संघ 17 वर्षों से नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग कर रहा है लेकिन सरकार ने पूर्व से बहाल नियोजित शिक्षकों की पूर्व की सेवा का कोई महत्व नहीं दिया है।मनीष कुमार ने कहा कि सरकार इस नयी नियमावली को जल्द वापस ले नहीं तो बिहार में शिक्षकों द्वारा बड़े रूप में आंदोलन किया जायेगा। सरकार हमलोगों के साथ अन्याय करती रही है। गोप गुट जल्द ही इस नियमावली का विरोध करते हुये बड़ा आंदोलन करेगी। विरोध प्रदर्शन में पूनम कुमारी, कामिनी कुमारी,कविता यादव ,मीरा देवी,गीता देवी, कमलजीत सिंह, ममता सिंह, पंकज कुमार,सोनू कुमार ,अरविंद कुमार, विनोद कुमार, मदन कुमार, रामाकांत सिंह ,लालबाबू राम, दीनबंधु कुमार, विनोद राम, आनंद कुमार मेहता, सुरेंद्र कुमार,अरविंद कुमार, मृत्युंजय कुमार मौर्य, संतोष कुमार सहित शिक्षक मौजूद थे।