RKTV NEWS/अनिल सिंह,22 मार्च।आज जनहित परिवार भोजपुर के शीतल टोला आरा स्थित जिला कार्यालय में जनहित परिवार प्रतिनिधि सभा के सभापति साहित्यकार डॉ श्रीराम पांडे के असामयिक निधन पर एक शोक सभा का आयोजन डॉ किरण कुमारी की अध्यक्षता में किया गया। सर्वप्रथम उपस्थित साहित्यकारों ने डॉ श्री राम पांडे के तैल चित्र पर बारी-बारी से पुष्पांजलि अर्पित किया। शोक प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए डॉ किरण कुमारी ने कहा कि दिवंगत साहित्यकार आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के दूसरी परंपरा के साहित्यकारों की श्रेणी में रखा जा सकता है।
डॉ रेणू मिश्रा ने कहा कि वे संस्कृति और संस्कार के पुरोधा थे।
नंदकिशोर सिंह कमल ने कहा कि उच्च कोटि के डॉ. साहित्यकार, वक्ता, विद्वान एवं मानवतावादी थे उनका असामयिक निधन साहित्यकार समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।
उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने कहा कि श्री राम पांडे जनहित परिवार के लिए संकल्प थे।शोक सभा को संबोधित करने वालों में डॉ. रेणू मिश्रा ,रमेश सिंह रामप्रपन्न, गोपाल प्रसाद, सुरेश प्रसाद, श्याम किशोर सिंह ,प्रमोद कुमार सिंह, राम प्रहलाद तिवारी केहरी , अनिल कुमार राय, अरविंद कुमार सिंह, नंदकिशोर सिंह कमल, आदि प्रमुख थे।
सभा समापन पूर्व दिवंगत डॉ श्री राम पांडे के श्रद्धांजलि स्वरूप दो मिनट का मौन रखा गया।
ज्ञात हो कि डॉक्टर श्री राम पांडे प्रतिष्ठित क्षत्रिया उच्च विद्यालय से प्रधानाध्यापक पद से 2014 में सेवानिवृत्त हुए एवं अध्ययन एवं अध्यापन में विशेष रूचि के कारण ही सेवानिवृत्ति के बाद में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा से वर्ष 2012 हिंदी में *दूसरी परंपरा के पुरस्कर्ता आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी* विषय पर पीएचडी की उपाधि प्राप्त की । 2006 में *परिवेश* वर्ष 2007 में *राम तुम्हें फिर आना होगा*, वर्ष 2015 में हिंदी कविता संग्रह *उत्कर्ष*, 2018 में तत्सम प्रधान शृंगारिक कविता संग्रह *मधु गल्फ* प्रकाशित हो चुका है। उनके शोध प्रबंध पर आधारित ग्रंथ *आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का चिंतन एवं सृजन एक अनुशीलन* छप कर विमोचन के इंतजार में है। प्रचार प्रसार से दूर रहने वाले स्वभाव से संकोची अंतर्मुखी सोच वाले मृदुभाषी विद्वान साहित्यकार का श्री राम पांडे की कविताएं धरातल की कविताएं होती थी इनकी कविताओं का मुख्य स्वर सामाजिक राष्ट्रीय एवं मानवतावादी है तथा जीवन व्यवहार को मर्यादित पथ पर चलने के लिए प्रेरणा देता है।
ज्ञात हो कि उनकी मृत्यु संदिग्ध अवस्था में हुई थी।
सोसाइटी की गणपूर्ति के लिए डॉ रेणू मिश्रा को जनहित परिवार प्रतिनिधि सभा का सभापति सर्वसम्मति से मनोनीत किया गया।