RKTV NEWS/भोपाल(मध्यप्रदेश)06 अगस्त।मानव बन जाये जग सारा, यह पावन उद्देश्य हमारा इस ध्येय वाक्य को आत्मसात कर लगभग 38 देशों में सक्रिय हिन्दी साहित्य भारती की मध्यप्रदेश कार्यकारिणी का प्रथम उपवेशन सफलता पूर्वक सानंद सम्पन्न हुआ।
श्रावण कृष्ण पक्ष अमावस्या पर आरोग्य भारती केंद्रीय कार्यालय स्थित सभागार में हिन्दी साहित्य भारती मध्यप्रदेश इकाई के विभिन्न जिलों के लगभग शताधिक प्रतिनिधियों की उपस्थिति में हिन्दी साहित्य भारती के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रवीन्द्र शुक्ल, प्रख्यात साहित्यकार एवं पूर्व शिक्षा मंत्री उप्र के मुख्य आतिथ्य में, मप्र इकाई की अध्यक्षा डॉ स्नेहलता श्रीवास्तव की अध्यक्षता तथा विजय कुमार पगरे सेवनिवृत निदेशक बी एच ई एल निदेशक झाँसी, चंद्र चारु त्रिपाठी निदेशक एन आई टी टी आर, डॉ रामनिवास शुक्ल पूर्व निदेशक राजभाषा भारत सरकार, अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुधीर शर्मा अंतरराष्ट्रीय सदस्य गोपाल माहेश्वरी एवं डॉ. रमा सिंह जादौन के विशिष्ट आतिथ्य में माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन के साथ उद्घाटित हुआ।
वरिष्ठ साहित्यकार गोकुल सोनी, भोपाल द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत करने के उपरांत,अशोक सागर मिश्र द्वारा हिन्दी साहित्य भारती के ध्येय गीत प्रस्तुति के पश्चात डॉ स्नेहलता श्रीवास्तव के स्वागत उद्बोधन सहित अन्य अतिथियों के आशीर्वाचन के उपरांत केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. रवीन्द्र शुक्ल ने अपने मार्गदर्शी उद्बोधन में हिन्दी साहित्य भारती की विस्तार पूर्वक व्याख्या करते हुये संस्था के उद्देश्य एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डाला साथ ही भविष्य कार्य योजनाओं को परिणाममूलक बनाने के लिये आह्वान किया। उन्होने कहा कि विश्व का भविष्य भारत में निहित है जिसका सम्पर्क एवं संचार का सुदृढ़ माध्यम केवल हिन्दी भाषा से ही सम्भव है। इसके पश्चात मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा अनेक साहित्य साधकों की पुस्तकों का विमोचन किया गया। सत्र का संचालन भोपाल कार्यकारिणी सदस्य डॉ मीनू पाण्डेय द्वारा किया गया।
द्वितीय सत्र प्रांतीय प्रतिवेदन एवं परिचय हेतु आयोजित था जिसमें मंचसीन अतिथियों में केंद्रीय अध्यक्ष सहित केंद्रीय उपाध्यक्ष डॉ सुधीर शर्मा, डॉ छत्रवीर सिंह राठौर विद्या भारती तथा मप्र शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष, डॉ कृष्ण राजोरिया वरिष्ठ साहित्यकार रहे। इस सत्र में सांगठनात्मक गतिविधियों पर चर्चा करते हुये मप्र की समस्त जिला, प्रांतीय एवं प्रदेश कार्यकारिणी के पूनर्गठन की प्रक्रिया को गति देते हुये अक्टूबर माह तक सम्पन्न करने के निर्देश माननीय केंद्रीय अध्यक्ष द्वारा दिये गये साथ ही नवंबर द्वितीय सप्ताह में मध्य्प्रदेश हिन्दी साहित्य भारती का द्विदिवसीय सम्पूर्ण अधिवेशन सम्पन्न करने का प्रस्ताव संकल्प किया गया। इसके पश्चात सभी सदस्यों द्वारा संगठन एवं उसके उद्देश्य का निष्ठापूर्वक पालन करने हेतु शपथ ली गई। सत्र का सफल संचालन मध्य प्रान्त के अध्यक्ष श्री दिनेश बिरथरे द्वारा किया गया
भोजन सत्र के उपरांत अंतिम सत्र काव्याहुति का था जिसकी अध्यक्षता डॉ सुधीर शर्मा द्वारा की गई, मुख्य अतिथि डॉ रवीन्द्र शुक्ल तथा विशिष्ट अतिथि द्वय डॉ छत्रवीर सिंह एवं डॉ नागेश पाण्डेय छात्रावास अधीक्षक विद्या भारती, डॉ प्रेम सिंह प्रेम की उपस्थिति में हिन्दी काव्य के उच्च मानदण्डो के अनुरूप विभिन्न रसों की श्रेष्ठतम रचनाओं की प्रस्तुति दी गईं। मंच संचालन हिन्दी साहित्य भारती के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शुक्ल सहज द्वारा किया गया। आभार प्रदर्शन करते हुये केंद्रीय मुख्यालय प्रभारी निशांत शुक्ल ने आरोग्य भारती केंद्रीय कार्यालय सहित डॉ छत्रवीर सिंह एवं मप्र हिसाभा के सभी सदस्यों विशेष रूप से भोपाल कार्यकारणी एवं पंजीयन में सहयोगी बहनो को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।