मुक्तेश्वर उपाध्याय,धनी पांडे और कमलेश व्यास ने गाया फगुआ।
आरा/भोजपुर(डॉ दिनेश प्रसाद सिन्हा) भिखारी ठाकुर सामाजिक शोध संस्थान आरा द्वारा होली मिलन समारोह पटेल बस पड़ाव में पत्रकारों और साहित्यकारों के नेतृत्व में भव्य फगुवा गायन होली मिलन का आयोजन किया गया जिसमें एक से बढ़कर कलाकारों ने बढ़ चढ़ कर के हिस्सा लिया जिसमें मुक्तेश्वर उपाध्याय,कमलेश्वर पासवान और धनी पांडेय ने अपने गीतों से दर्शकों का मन मोह लिया गुलालों के रंग में इनके संगीत की ध्वनि आविष्मरणी थी।गायक मुक्तेश्वर उपाध्याय ने अपना होली गीत बाबा हरिहर नाथ सोनपुर में होली खेलत है एवं गोरिया करके सिंगार अंगना में पिसेली हरदिया ,गायक धनी पांडे ने शिव सती खेले फाग आ हे लाल शिव सती खेले फाग आहे ,
डमरू बजावत बैला चरावत शिव सती खेले फाग।
आमवा के डलिया प बोलेले कोयलिया होलीया आईल ऐ राजा जी, कहिया लेके अईब डोलिया होलिया आईल ऐ सैइया जी,ने सुमिरत श्री भगवान यही सुमिरत सब काम बोलो तो है एवं निक लागे मरद भोजपुरिया सखी एवं कमलेश व्यास ने पनिया लाले लाल पनिया लाले लाल ए गौरा हमरो के चाही एवं लाली चुनरी में लहर मारे गाकर फागुन रोशनी से सराबोर कर दिया।वही संस्थान की तरफ से गायक मुक्तेश्वर उपाध्याय को मूर्ख बोका पंडित ,गायक कमलेश्वर ब्यास को मूर्ख युवा सम्राट तो गायक धनी पांडेय को मूर्ख लौंडा की होलिय उपाधियों से अलंकृत किया गया।