शिक्षकों को शिक्षा के अलावा अन्य किसी कार्य में न लगाया जाएं।
आरा/भोजपुर (अनिल सिंह) राजद के वरीय नेता नंद किशोर यादव ने आज कहा की सरकारी विद्यालयों की बदहाली, मध्यम एवं उच्च वर्गीय परिवारों द्वारा इसकी अनदेखी करना साथ ही सरकारी अधिकारियों ,सरकारी शिक्षकों के बच्चों का इन विद्यालयों में पढ़ाई के लिए नामांकन न कराकर निजी विद्यालयों में अपने बच्चो को पढ़ाना ये हमारे लिये चिंता का विषय है,और सरकारी तंत्रों द्वारा इस पर किया जा रहा व्यय का लाभ इनके लिए व्यर्थ साबित होता दिख रहा है,जिसका पूरा फायदा निजी विद्यालय को हो रहा है शिक्षा के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूली कर रहा है वो चाहे हर वर्ष लिए जा रहे नामांकन शुल्क या उनके द्वारा विभिन्न तरीकों से ली जाने वाली रकम। उन्होंने कहा की यदी हमे मौलिक अधिकारों का लाभ लेना होगा तो सरकारी विद्यालयों की तरफ झुकाव भी रखना पड़ेगा वरन आने वाले समय में इसका परिणाम भयावह हो सकता है। साथ ही उन्होंने सरकारी विद्यालयों की गरिमा और अस्तित्व के लिए सरकार से भी आग्रह किया की शिक्षक हमारे देश के बहुमूल्य नागरिक है और हमारे देश के होने वाले छात्रों के भविष्य निर्माता भी इसलिए इन्हे शिक्षा के अलावा सरकार की अन्य किसी योजना में शामिल न किया जाए अगर ऐसा होता रहा तो कही हमारे सरकारी विद्यालय का अस्तित्व और गरिमा धूमिल न हो जाये।