करवा चउथ ए सखी!
हम ना करब करवा चउथ ए सखी
हम ना करब करवा चउथ ए सखी
रोज गरियावेला सजना पीके शराब ए सखी
हम ना करब करवा चउथ ए सखी।
जब से धईनी हम एकर बहियाँ
दुखवे में बीतल जिनिगिया ए सखी
हम ना करब करवा चउथ ए सखी ।
ना दिहलस पेटभर कबहुँ ई अनवा
ना दिहलस कबहुँ तन प बसतरवा
जीवनभर दिहलस ई हमरा के दुख ए सखी
हमना करब कररवा चउथ ए सखी।
जब कवनों मांंगिला एकरा से चीजवा
फट से कहेला मांंगले
अपना बाप से ए सखी
हम ना करब करवा चउथ ए सखी।
कहँवा ले कहीं सखी आपन दुखवा
कबहुँ कबहुँ राख देवेला ई उपासवा
बोलला प लाते लाते मारेला ए सखी
हम ना करब करवा चउथ ए सखी।
इहे पति मिलिहें सखी
जदि हमके अगला जनम में
रोज मरिहें पीके शराब
असहीं लाते लाते ए सखी
हम ना करब करवा चउथ ए सखी
हम ना करब करवा चउथ ए सखी।