ब्रह्मपुर/बक्सर ,(डॉ दिनेश प्रसाद सिन्हा)22 मार्च। श्री जीयर स्वामी जीके मंगलानुशासन में श्री त्रिदंडी स्वामी सेवा आश्रम ब्रह्मपुर, बक्सर,बिहार भारत के पीठाधीश्वर जगदगुरू रामानुजाचार्य विद्या वाचस्पति आचार्य धर्मेन्द्र जी महाराज की सन्निधि में विक्रम संवत 2080 भारतवर्ष का नूतन वर्ष पर विश्व की मंगल कामना कीगयी। चैती नवरात्र साधना सत्र के साथ ही श्री रामचरित मानस नवाह्न परायण यज्ञ का पूर्वाह्न शुभारंभ हुआ। अपराह्न में श्रीराम कथा का श्रीगणेश हुआ।आचार्य धर्मेन्द्राचार्य ने श्रीरामचरितमानस के महात्म्य का वर्णन करते हुए कहा कि श्रीराम जी के तरह ही मानस कथा कलिकाल की व्यथा को हरन करने वाली व कल्पवृक्ष के समान सबकुछ देने वाली है।हर घर में तुलसी मानस रहना चाहिए, जहाँ मानस जी का पूजन होता है वहाँ सीताराम जी सहित हनुमानजी विराजते है समस्त अमंगल का नाश होता है,मंगल ही मंगल होता है।