चैत का महीना और एच3एन2 वायरस का खतरा।
पटना/बिहार (रवि शेखर प्रकाश)15 मार्च! मौसम में परिवर्तन होते ही राज्य में बीमारी ने पैर पसारना शुरु कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार मार्च में ही लू चलने की सम्भावना है। गर्मी बढ़ते ही चिकन्गुनीया ,डायरिया , डीसेन्टरी ,चेचक ,फोड़ा-फुँसी, टायफायड़ ,मलेरिया ,डेंगू के साथ अब एच 3एन 2 वायरस का प्रकोप तेज़ी से फैलने लगा है।यह वायरस श्वसन तंत्र को प्रभावित करती है ।करोना से मिलते- जुलते लक्षणों वाली बीमारी की श्रेणी में इसे रखा गया है। सरकार ने इसके लिये राज्य में अलर्ट जारी करते हुए सभी चिकित्सकों को सतर्क रहने को कहा है। सरकार ने सभी अस्पतालों में मरीजों की जांच सम्बंधी उपकरण और दवा की समुचित इन्तजाम को लेकर दिशा निर्देश जारी किया है।पटना एम्स एच3एन2 वायरस को लेकर सतर्क है।एम्स के निदेशक ने बताया की यहाँ सभी इन्तजाम कर लिया गया है । जिले के सभी सदर अस्पतालो में अभी लापरवाही बरती जा रही है।
क्या है इस बीमारी के लक्षण —
सर्दी ,गले में कफ बनना , गला जाम होना, खांसी, फेफडों में कफ जमना ,हाई फीवर ,सर दर्द ,बदन दर्द ।
रोक थाम के उपाय
मास्क पहने,हाथों को साफ रखें,डॉक्टरो से संपर्क करे ।