आरा/भोजपुर ( डॉ दिनेश प्रसाद सिन्हा)27 अगस्त।फुटाब फुस्टाब शिक्षक संघ संयुक्त संघर्ष समिति ने राज्य सरकार के मनमानी निर्णयों, विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता पर हमलों तथा वेतन पेंशन भुगतान में सरकार द्वारा लगातार नयी शर्तें लगाते हुए बजटीय अनुबन्ध विमुक्त करने में टाल मटोल की निति, संघ-संगठन गठन एवं उसकी गतिविधियों में भाग लेने पर दंडात्मक कार्रवाई करने संबंधित आदेशों आदि को लेकर पूर्व से आवाजें उठाते रहा है।
वर्तमान परिस्थिति में फुटाब एवं फुस्टाब की संयुक्त संघर्ष समिति ने निर्णय लिया है कि सभी विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ के अध्यक्ष, सचिव, सभी महाविद्यालय के अध्यक्ष, सचिव एवं सेवा निवृत्त संघ पेंशनर संघ के सदस्य अपनी बातों को सरकार तक पहुंचाने के लिए ड्यूटी में रहकर धरना प्रदर्शन कर संबंधित पदाधिकारी को ज्ञापन देकर,प्रति कुलाधिपति, मुख्य मंत्री तथा शिक्षा मंत्री को प्रेषित करेंगे।साथ ही शिक्षक दिवस 5 सितंबर को काला बिल्ला लगाकर कार्यक्रम में भाग लेंगे।
प्रमुख मांगों में-2024-25 का बजटीय अनुबंध (वेतन पेंशन, वर्धित महंगाई भत्ता, ग्रेच्युटी, एरियर) विमुक्त नहीं करना, सभी अवैधानिक और विवादास्पद आदेशों की वापसी तथा विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता की अनदेखी कर अंगीभूत महाविद्यालयों में जिला प्रशासन की दखलंदाजी आदि है।