पटना/बिहार(रवि शेखर प्रकाश) रविवार को जगजीवन राम शोध संस्थान में “बिहार में समाजिक बदलाव की चुनौतिया’विषय पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया ।इसमें मुख्य वक्ता भाकपा माले के महासचिव दीपांकर ने सम्बोधित किया।इन्होनें बिहार के अंदर विगत 200-250वर्षो के अंदर चले समाजिक बदलाव के संघर्षो की चर्चा की।दीपांकर ने कहां की आज देश जिस कठिन परिस्थिति से गुजर रहा है,उसमें समाजिक बदलाव के सभी धाराओं को मिलकर काम करना होगा।हासिये पर खडे लोगों के लिये समाजिक बदलाव जरुरी शर्त है।आरक्षण के कारण दलित -पिछड़ों को प्रतिनिधित्व मिलने लगा लेकिन न्यायालय व प्राइवेट सेक्टर में अभी नहीं हो रहा है।इन्होनें कहां की आरक्षण ने माहौल बदला है,लेकिन जब तक समाज का ढ़ाचा नहीं बदलता ,न्याय की गुंजाइस कम रहेगी ।अब तो आरक्षण की पूरी अवधारणा पर ही कुठारघात हो रहा है।कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार विधान पार्षद के सदस्य और पटना विश्व विद्यालय के रिटायर्ड़ शिक्षक प्रो राम वचन राय ने की। स्वागत भाषण संस्थान के निदेशक डॉ नरेंद्र पाठक ने दिया ।