पटना/बिहार (रवि शेखर प्रकाश) आर्गेनाइजेशन फ़ॉर होमियोपैथ के बैनर तले बिहार में प्रैक्टिस करने वाले तमाम होमियोपैथ चिकित्सकों और होमियोपैथ दवा विक्रेताओं ने सरकार के शराब बन्दी कानून के खिलाफ आज चिराग पासवान के आवास एसके पूरी बोरिंग रोड पर एकजुट होकर अपना गुस्सा जहीर किया ।इनलोगो का कहना है की हम चिकित्सक लोग पढ़े लिखे है दवा और दारु मे फर्क है ये हमें पता है।हम लोग मरीज़ को दवा देते है दारु नहीं ।बिहार छोड़ के किसी भी स्टेट में इस पर प्रतिबंध नहीं है।सरकार का मानना है की 30 एमएल की सीसी में दवा है और 100 एमएल पैग और 450 एमएल में जो आती है वो पऊआ है,सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगाया है वही दूसरे राज्यों में ऐसा नहीं है।इन चिकित्सको का कहना है की बिहार के नीतीश कुमार पता नहीं कहाँ से इंजीनियरिंग पढ़े है।सूचना के अधिकार के तहत जानकारी से पता किया गया तो इस तरह का कोई कानून नहीं है जो होमियो दवा के पैकेजिंग करने पर रोक लगाये ।सारी दवा एक नियम और मानक के तहत बनाई जाती है।अपनी नाकामयाबी का ठीकरा सरकार होमियोपैथ दवा पर फोड़ रही है ।होमियोचिकीत्सको का कहना है की होली बाद सरकार के इस काले कानून के खिलाफ सीधा लड़ाई होगी।शराबबंदी के नाम पर लोगों को परेशान करना इनकी नियति बन गई है।चिराग पासवान ने होमियोपैथ ऑरगनाईजेशन को पुरा सहयोग और समर्थन दिया ।
previous post