राधा चरण का फर्श से अर्श तक का सफर । आरा/भोजपुर(रवि शेखर प्रकाश) आरा रेलवे परिषर में चाय की दुकान से MLC का सफर,हुलास पांड़े को भी दे चुके है पटखनी ।चाय दुकान से होटल बिजनेस और फिर रियल स्टेट से बालू कारोबार तक का धंधा ।लगातार दो बार भोजपुर -बक्सर सीट से एमएलसी बनने में कामयाब रहे ।वैस्य समाज़ से आने वाले राधाचरण सेठ की शाहाबाद की राजनीति में अच्छी पकड़ है।मिलनसार स्वभाव के होने के कारण राजनितिक लोगों के करीब होते गये ।एक समय लालू यादव के काफी करीबी थे ।राधा चरण का भाई गाँजा का कारोबार करता था ,जिससे सेठ जी बहुत नाराज़ रहते थे और हमेशा उसे समझाया करते की ये सब काम छोड दो ।एक बार सेठ जी काफी बीमार हुए बचने की उम्मीद नहीं थी ।भाई (मुरारी) के सेवा से इनकी तबियत मे सुधार हुई फिर इन्होने अपने भाई को अपने कारोबार में साथ रख लिया ।चाय बेचते बेचते ज़मीन और होटल के धंधे के साथ बालू का ठिका लेना शुरु किए और अकूत सम्पती का मालिक बन बैठे।अचानक इनके सभी ठिकानों पर आयकर विभाग के छापा पड़ने के कारण राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई है ।इनके फ़ार्म हाऊस पर नोट गिनने की मशीन मँगाई गयी ।अभी तक इनके सारे दस्तावेज़ खंगाले जा रहे है और करीबियों से पूछ-ताछ जारी है ।