RKTV NEWS/अनिल सिंह 07अप्रैल। भोजपुर के जगदीशपुर प्रखंड अंतर्गत दुलौर स्थित नाबार्ड प्रायोजित स्वयं सेवी संस्था “जन विकास क्रांति” द्वारा सतत रोजगार कार्यक्रम के तहत दिव्यांग और स्थानीय 60 कारीगरों को पारंपरिक हस्तकला (लकड़ी के खिलौने)में कौशल विकास हेतु 30 दिवसीय प्रशिक्षण के उपरांत मूल्य संवर्धन सह प्रमाण पत्र वितरण नाबार्ड भोजपुर के जिला विकास प्रबंधक श्री रंजीत कुमार सिन्हा और जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री राजेश कुमार चौधरी द्वारा किया गया.समारोह को संबोधित करते हुए जिला विकास प्रबंधक श्री सिन्हा ने कहा कि आज भारत में पहले से लकड़ी से बने क्राफ्ट और खिलौने की मांग में वृद्धि हुई है और आप सभी इस कार्यक्रम के तहत अपने कार्य शैली को आधुनिक बाजार के मांग के अनुसार तैयार करेंगें तो ज्यादा ग्राहक आकर्षित होंगे. महासचिव डॉ हिमराज सिंह ने कहा कि जगदीशपुर क्षेत्र में लकड़ी और इससे संबंधित व्यवशाय पर एक बड़ी आबादी निर्भर है इनका मुख्य पेशा लकड़ी के क्राफ्ट और खिलौने हैं ,जिसमें से 60 कारीगरों की कार्यशैली को इस प्रशिक्षण में प्रशिक्षित उपेंद्र महारथी शिल्प संस्थान पटना के लकड़ी क्रॉफ्ट के प्रशिक्षक श्री सुबोध कुमार के देखरेख में किया गया . विदित हो कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ 22 फरवरी को नाबार्ड बिहार पटना के मुख्य महाप्रबंधक डॉ सुनील कुमार के कर कमलों द्वारा किया गया था. कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रशिक्षक कुमारी स्नेहा सिंह, मो. शहीद, दिनेश्वर शर्मा, विनीत कुमार, अभिषेक कुमार, विशाल सिंह, हर्षित कुमार, आरती कुमारी, ममता कुमारी, विनीत कुमार, मो नूर आलम,उमाशंकर सिंह, मुना कुमार सहित अन्य लोगों ने भाग लिया।