पटना/बिहार (राकेश मंगल सिन्हा) 3 नवम्बर। भाई-बहन के अटूट रिश्ते का पर्व भैया दूज परम्परागत रूप से हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर बहनों ने भाई को अमरपिठ्ठा खिलाकर उनके दीर्घायु होने की कामना की और भगवान से भाई के लिए दुआ मांगी। भाईयों ने भी बहनों की रक्षा की कामना ईश्वर से की। इसके पहले बहनों ने गोधन कूटा तथा परम्परागत गीत “आंवरा कुटिला भांवरा कुटिला, कुटिला कवन भईया के दुश्मन दिन आठ पहर दिन रात” जैसे गीत गाया एवं कथा सुना। बहनों ने पहले रेंगनी के कांटा से श्रापा।
फिर गोधन कूटा तथा गोधन के पास रखे जल को पीकर भाइयों के दीर्घायु होने की कामना की। इसके बाद बहनों ने भाईयों को बजरी, चना और मिठाई खिलाया। बदले में भाइयों ने भी बहनों को यथाशक्ति रूपया या उपहार दिया। इस अवसर पर ज्योति, संजू, नेहा, स्नेहा, माया देवी, सुधांशु, हिमांशु, प्रिया, स्वीटि, वंशिका, भोला, अंजलि, कीर्ति, सहित कई महिलाएं तथा लङकियाॅ प्रमुख रूप से थी।