गाइये गणपति जगवन्दन।
आरा/भोजपुर(अनिल सिंह) आरा के सलेमपुर क्षेत्र के मैनपुरा गांव में दो दिवसीय महाशिवरात्रि महोत्सव संपन्न हुआ। कीर्तन गायन शैली से प्रारंभ इस महोत्सव में शास्त्रीय संगीत जगत के ख्यातिलब्ध कलाकारों ने सुरों से साकार ब्रम्ह का दर्शन करवाया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम युवा कलाकार ने क्लासिकल कीबोर्ड पर सुर संवादिनी के माध्यम से राग दरबारी में विभिन्न बंदिशों को प्रस्तुत कर तालियां बटोरी। पंडित दयानाथ उपाध्याय ने तीन ताल में स्वतंत्र तबला वादन प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी। वहीं युवा गायक रोहित कुमार ने राग यमन में गणेश वंदना “गाइये गणपति जगवन्दन” व काशी की चर्चित होली खेले मसाने में होली दिगम्बर को प्रस्तुत कर दर्शकों का मन मोह लिया। जमशेदपुर से पधारें चर्चित गायक श्री वीरेंद्र उपाध्याय ने राग मधुवन्ती में रूपक की बंदिश व तीन ताल की बंदिश शिव शंकर पार्वती पतय: व कई मधुर भजनों की प्रस्तुति से शमा बांध दिया। कथक गुरु अमित कुमार नृत्यांगना संजना कुमारी व हर्षिता विक्रम ने तीन ताल में पारंपरिक कथक की मनोहारी प्रस्तुति करते हुये अपने अंग भाव व भंगिमाओं से दर्शकों को खासा प्रभावित किया। वहीं लोक गायक अमित उपाध्याय ने लोक शैली में शिव के भजनों को प्रस्तुत किया। तबले पर देवेश दुबे ने संगत किया। इस अवसर शास्त्रीय संगीत के विद्वान गायक पंडित श्रीश चंद उपाध्याय व कथक गुरु बक्शी विकास समेत सभी कलाकारों को रुद्र नाद सम्मान से अलंकृत किया गया।मंच संचालन पंडित दशरथ उपाध्याय व धन्यवाद ज्ञापन भानु उपाध्याय ने किया।