पटना/बिहार(रवि शेखर प्रकाश )।बिहार में पोलिटिकल यात्रा क्यों? वोट बैंक की राजनीत या जनता को समस्याओ से निजात दिलाने के लिये?क्या है मायने इसके?प्रशांत किशोर की जन सुराज यात्रा ,प्रशांत किशोर जो विभिन पार्टी में चुनाव प्रचारक के तौर पर काम किया करते थे ।इनकी एक कम्पनी है।आजकल बिहार यात्रा पर है ।जनमत के मुड को परख रहे है साथ ही सत्ता पक्ष पर हमलावर भी है। सत्ता परिवर्तन की बात करते है ।बिहार में बदलाओ चाहते है।किस तरह का बदलाओ?कलेजियम सिस्टम पर चुप है। इनकी अभी पार्टी नहीं है।कहते है जनता बोलेगी तो पार्टी का गठन करेगे ।बिहार सीएम नीतीश कुमार अपने लाव -लशकर के साथ बिहार में समाधान यात्रा पर है।किसका समाधान ,कैसा समाधान ?इनके उपर हमला भी होता है। इनके यात्रा में जनता का आक्रोश भी नजर आता है।बेरोजगारी और भ्रष्टाचार दूर करने का जनता के बीच से सवाल भी आता है।जिसे नजर अंदाज कर निकल जाते है।सखी और आंगनबाड़ी की महिलाओं के साथ फोटो खीचते है।गाली सुनते है।पर कोई समाधान नहीं निकल रहा है। बिहार में शराब बंदी है ,और शराब पीकर लोग मर रहे है । पूछने पर बेतुका जवाब ।जितन राम मांझी की गरीब यात्रा शुरु है ।गरीबों का सवाल राशन कार्ड में गड़बड़ी ,राशन मिलने में परेशानी।, मांझी महागठबंधन में है ।ये भी एक परेशानी है ।कॉंग्रेस का भारत जोड़ो यात्रा अब बिहार में है।एक जुटता कम पर पार्टी में आपसी मतभेद और मार- पीट की झलक ज्यादा नजर आ रही है।