एनटीपीसी ने भारत की जी20 अध्यक्षता के तत्वावधान में बेंगलुरु में पहली एनर्जी ट्रांजिशन कार्यसमूह की बैठक में ‘कार्बन स्तर में कमी; उपयोग एवं भंडारण’ पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया कार्यक्रम के दौरान, भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत शुरू किए गए ‘कार्बन स्तर में कमी; उपयोग एवं भंडारण’ (सीसीयूएस) – तकनीक में कमियाँ और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग” का अनावरण किया गया।
1.कार्यक्रम के दौरान, भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत शुरू किए गए ‘कार्बन स्तर में कमी; उपयोग एवं भंडारण’ (सीसीयूएस) – तकनीक में कमियाँ और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग” का अनावरण किया गया।
2. इस कार्यक्रम में फ्लू गैस कार्बन डाइऑक्साइड से मेथनॉल संश्लेषण पर आधारित एनटीपीसी की प्रमुख परियोजना का 3डी मॉडल प्रदर्शित किया गया।
3. इस कार्यक्रम से कार्बन की निम्न मात्रा वाले सहयोगी उद्योगों और शिक्षाविदों के काम करने के लिए नए अवसरों के खुलने की संभावना है, जिससे लोगों और हमारी पृथ्वी को लाभ होगा।
4. कार्यक्रम में विभिन्न देशों के 200 से अधिक गणमान्य व्यक्ति, वक्ता, पैनल विशेषज्ञ और प्रतिनिधि शामिल हुए।
भारत की सबसे बड़ी एकीकृत विद्युत् सेवा प्रदाता, एनटीपीसी लिमिटेड ने भारत की जी20 अध्यक्षता के तत्वावधान में बेंगलुरु में पहली एनर्जी ट्रांजिशन कार्यसमूह (ईटीडब्ल्यूजी) की बैठक में ‘कार्बन स्तर में कमी; उपयोग एवं भंडारण’ (सीसीयूएस) पर अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया।
डॉ. वी. के. सारस्वत, सदस्य, नीति आयोग, श्री आलोक कुमार, सचिव ऊर्जा, श्री गुरदीप सिंह, सीएमडी, एनटीपीसी लिमिटेड, श्री उज्जवल कांति भट्टाचार्य, निदेशक परियोजना, एनटीपीसी लिमिटेड; विद्युत् उत्पादन के स्वच्छ स्रोतों में परिवर्तन, जिसका लक्ष्य नेट- जीरो स्तर हासिल करना है, से सम्बंधित सीसीयूएस प्रौद्योगिकियों के महत्व से प्रभावित हुए। उन्होंने भारत के कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन शमन उपायों और प्रमुख हरित पहलों पर जोर दिया।
केंद्रीय विद्युत् और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह ने ‘कार्बन स्तर में कमी; उपयोग एवं भंडारण’ (सीसीयूएस) विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार के स्थल का दौरा किया और एनटीपीसी द्वारा की गई पहलों पर चर्चा की।
सेमिनार में, विभिन्न देशों के 200 से अधिक गणमान्य व्यक्तियों, वक्ताओं, पैनल विशेषज्ञों और प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिसमें उन्होंने सीसीयूएस से संबंधित अपने ज्ञान और सीख को साझा किया।
कार्यक्रम में भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत शुरू किए गए ‘कार्बन स्तर में कमी; उपयोग एवं भंडारण’ (सीसीयूएस) – तकनीक में कमियाँ और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग” पर एक अध्यनन रिपोर्ट का अनावरण किया गया।
इसके अतिरिक्त, फ्लू गैस कार्बन डाइऑक्साइड से मेथनॉल संश्लेषण पर आधारित एनटीपीसी की प्रमुख परियोजना का 3डी मॉडल प्रदर्शित किया गया। इस संयंत्र का उद्देश्य जीवाश्म आधारित विद्युत् संयंत्र के कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करना और इसे उपयोगी हाइड्रोकार्बन, यानी मेथनॉल में परिवर्तित करना है।
इस कार्यक्रम से कार्बन की निम्न मात्रा वाले सहयोगी उद्योगों और शिक्षाविदों के काम करने के लिए नए अवसरों के खुलने की संभावना है, जिससे लोगों और हमारी पृथ्वी को लाभ होगा।