क्या बिहार के लिए स्पेशल पैकेज ही राज्य की समस्याओं का समाधान है? : शिवानंद
पटना/बिहार( नरेंद्र सिंह,वरिष्ठ पत्रकार)19 जुलाई। पूर्व मंत्री रहे राष्ट्रीय जनता जनता दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवांद तिवारी ने राज्य की जनता के सामने एक प्रश्न को रखते हुए राज्य के विकास के बारे चर्चा करते हुए कहा की क्या बिहार के लिए स्पेशल पैकेज ही यहाँ की समस्याओं का समाधान है?राज्य सरकार के काम से तो ऐसा नहीं लगता है. अभी अभी मुख्यमंत्री जी ने अपनी पसंदीदा योजनाओं के निरीक्षण के दरम्यान बिहार म्यूज़ियम से पुराने म्यूज़ियम को जोड़ने के लिए बनाए जा रहे भूगर्भ टनेल बनाने के काम में तेज़ी लाने के लिए निर्देशित किया है. नये और पुराने म्यूज़ियम के बीच लगभग एक किलोमीटर की दूरी होगी. इस एक किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए नीतीश जी भूगर्भ सुरंग बनाने के लिए पाँच सौ करोड़ रूपये से ज़्यादा खर्च कर रहे हैं. यहाँ बिहार की ग़रीबी कहाँ दिखाई दे रही है !
अभी दो सप्ताह में दस पुल धराशायी हो गए. यह क्या साबित करता है ! बिहार के शासन व्यवस्था में भ्रष्टाचार का घुन लगा हुआ है . मैं तो प्रशंसा करूँगा नीतीश सरकार के मंत्री दिलीप जयसवाल जी की. उन्होंने बिहार के इस गंभीर रोग के विषय में मुँह खोला है. नीचे से उपर तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है. ऐसी भ्रष्ट प्रशासनिक व्यवस्था के द्वारा क्या बिहार को आगे बढ़ाया जा सकता है !
बिहार देश के अन्य राज्यों के मुक़ाबले सबसे निचले पायदान पर है, इतने लंबे समय से बिहार में सरकार चलाने वाली नीतीश जी की सरकार बजट की राशि भी खर्च कर पाने की अपनी क्षमता का विकास नहीं कर पाई है. सीएजी का रिपोर्ट तो यही बता रहा है !
नीतीश जी पुराने मित्र हैं. उनको मेरी मित्रवत सलाह है. अपने शासन-प्रशासन को दुरुस्त कीजिए. एक मुख्यमंत्री जब समय पर काम कराने के लिए पदाधिकारियों के पैर पकड़ने की बात करता है तो वह निरीह लगता है. एक निरीह मुख्यमंत्री की बात कौन सुनता है! सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बने रहने का आपने रिकॉर्ड बनाया है. इसलिए आप दूसरे मुख्यमंत्रियों से अपनी तुलना मत कराइए. याद कीजिए इसी धरती पर शेरशाह नाम का शासक हुआ था. पाँच साल तक उसने देश पर शासन चलाया था. आज भी शेरशाह अतुलनीय है. इसलिए शेरशाह से प्रेरणा लीजिए. बिहार को उपर उठाने का रास्ता खोजिए।