
भिखारी ठाकुर की सामाजिक कुरुतियों पर आघात करती रचनाएं आज भी प्रासंगिक है : रघुपति यादव

आज के सामाजिक परिवेश में भिखारी ठाकुर की सामाजिक उत्थान की सोच को प्रबल करने की है जरूरत: दिलराज प्रीतम

भोजपुरी भाषा का सार्थक उत्थान करना भिखारी ठाकुर के प्रति होगी सच्ची श्रद्धांजलि: राजेश सिंह

लुप्त होती लोक कला और संस्कृति की करनी होगी रक्षा : रामजी प्रसाद
RKTV NEWS/आरा(भोजपुर )10 जुलाई।लोक कलाकार भिखारी ठाकुर की पुण्य तिथि पर आज माल्यार्पण सह गोष्ठी का आयोजन बड़हरा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रघुपति यादव की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। संचालन पत्रकार डॉ दिनेश प्रसाद सिन्हा द्वारा किया गया।आयोजन भिखारी ठाकुर सांस्कृतिक मंच स्थानीय पटेल बस पड़ाव पर आयोजित हुआ। इस अवसर पर आगत अतिथियों ने परिसर में स्थापित भिखारी ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया साथ ही परिसर में स्थापित भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां और मृदंग वादक बाबू ललन जी प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रघुपति यादव सहित सभी गणमान्यों ने भिखारी ठाकुर के भोजपुरी भाषा के प्रति झुकाव व सामाजिक कुरुतियों पर आघात करते हुए उनकी नाट्य शैली की विस्तृत चर्चा की।
बताते चले कि यह मंच कलाकार पत्रकार रंगकर्मी के सौजन्य से 2002 से स्थापित है और साल में कई कार्यक्रम सफलतापूर्वक पत्रकार नरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में आयोजित होते रहते हैं।
भिखारी ठाकुर सांस्कृतिक मंच पर मृदंग वादक बाबू ललन जी और शहनाई वादक बिस्मिल्ला खां की प्रतिमा स्थापित कर मंच को सर्वधर्म समभाव की नीति पर स्थापित किया गया है।
उपस्थित प्रमुख लोगों में रंजन यादव, भाकपा माले नगर सचिव दिलराज प्रीतम, संजय जी, कमलेश व्यास,गांधी जी,रामजी प्रसाद, विशाल कुमार ,राकेश कुमार,दिनेश मिस्त्री, सुरेश भोजपुरी,डॉ एस के विष्णु,भाजपा भोजपुर के जिला प्रवक्ता राजेश सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे ।
भिखारी ठाकुर और भोजपुरी पर विषय परिवर्तन करते हुए नरेंद्र सिंह ने कहा कि भिखारी ठाकुर मंच लगातार भोजपुरी भाषा, पढ़ाई और भोजपुर का विकास हो इसके लिए 2002 से लगातार प्रयत्नशील है जिसके तहत वर्ष में कई कार्यक्रम के माध्यम से जनजागृति लाने का प्रयास जारी है। भिखारी ठाकुर जी की जयंती और पुण्यतिथि के माध्यम से कला के क्षेत्र में , रंगकर्म के क्षेत्र में, लेखन नाटककार ,पत्रकार को सम्मानित कर उन्हें भोजपुरी के प्रति प्रेरित किया जाता रहा है।
भोजपुरी विभाग विश्वविद्यालय में पढ़ाई आदि के लिए भी अनेकों बार प्रयास और धरना प्रदर्शन का भी आयोजन होता रहा है। इस मंच से भोजपुरी जगत के सभी नामी गिरामी कलाकारों को बुलाकर पुरस्कृत करने और उनके प्रतिभा को भी सुनने का अवसर मिला है जो हम सबों के लिए गौरव की बात है। भिखारी ठाकुर मंच की देन है कि कई राज्यों में मंच भिखारी ठाकुर के सम्मान में कार्य कर रहा है।
लेकिन अफसोस है कि अभी तक इसमें जो जागृति आनी चाहिए वो नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा की जरूरत है कि हम सभी इसको मातृभाषा, मातृ भूमि, अपनी जन्मभूमि और कर्मभूमि का सम्मान देते हुए इसके लिए भी प्रयास करें एवं इस तरफ आगे बढ़कर कार्य करने की जरूरत है।