RKTV NEWS/अनिल सिंह,14अप्रैल।ब्रह्म स्थान कसाप (आरा) 14 अप्रैल 2023, बिहार राज्य दफादार चौकीदार पंचायत शाखा शाहाबाद प्रमण्डल, कमेटी द्वारा चौकीदार-दफादरों का संगठनात्मक प्रथम बैठक स्थल स्मरण-सभा पर भारतीय संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीम राव अम्बेडकर की 132वीं जयंती समारोह के आयोजन पर किया गया। जिसकी अध्यक्षता भोजपुर जिलाध्यक्ष श्री रामानन्द सिंह ने की और इसका संचालन श्री उमेश कुमार सुमन, राज्य सचिव सह जिला सचिव अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) भोजपुर ने किया। इस कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता श्री कृष्ण दयाल सिंह, राज्याध्यक्ष झारखण्ड राज्य दफादार चौकीदार पंचायत सह राष्ट्रीय महासचिव अखिल भारतीय दफादार – चौकीदार कोतवार पंचायत और मुख्य अतिथि श्री गजेश दूबे वरिष्ठ नेता बिहार मुक्ति केन्द्र थे।
इस अवसर पर छः सूत्री प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित करके बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार से तत्काल कारवाई करने हेतु मांग की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत भारतीय संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीम राव अम्बेडकर और चैकीदार- दफादारों के उद्वारक सह मंडल आयोग के जनक राम अवधेश सिंह के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर की गई और इनके राजनैतिक और सामाजिक उद्देश्यों को पूरा करने हेतु जन आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए झारखंड राज्य दफादार चौकदार पंचायत के अध्यक्ष सह अखिल भारतीय दफादार चौकीदार कोतवार पंचायत के राष्ट्रीय महासचिव श्री कृष्ण दयाल सिंह ने कहा कि चौकीदार- दफादारों के उद्वारक और मंडल आयोग के जनक राम अवधेश सिंह पूर्व सांसद कहा करते थे कि सभी दल के लोग पढ़े-लिखे और बड़ा-बड़ा वेतन पाने वालों का यूनियन बनाते हैं और इनके चन्दे से हवाई जहाज पर उड़ते हैं। चौकीदार दफादार प्रशासनिकी नींव की ईंट है, कम पढ़े-लिखे है, दलित-पिछड़ा वर्ग, गरीब और अल्प वेतन भोगी है, इनको कौन संगठित करेगा? क्या हमारे दल के लोग भी वहीं काम करेंगे जो अन्य दल के लोग करते है? डॉ. राम मनोहर लोहिया की इस चुनौती को मन ही मन स्वीकार करते हुए महान समाजवादी नेता यसस्वी श्री राम अवधेश सिंह ने भारत के इतिहास में पहली बार चौकीदार- दफादारों की संगठित करने और अनवरत संकल्पित संघर्ष करने हेतु ब्रह स्थान कसाप, आरा (बिहार) में अप्रैल 1966 ई. को बैठक किया था, जिसमें केवल 09 चौकीदार दफादार शामिल थे। इनके आंदोलन के बदौलत भारत में केवल बिहार के चौकीदार दफादार सरकारी चतुर्थवर्गीय कर्मचारी बनाये गये और बिहार विभाजन के बाद के भी चौकीदार- दफादार सरकारी चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी है। सिंह ने कहा कि ब्रह्म स्थान कसाप चौकीदार दफादारों का तीर्थस्थल है।
मुख्य अतिथि श्री राजेश दुबे, वरिष्ठ नेता बिहार मुक्ति केन्द्र ने भारत रत्न डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर और राम अवधेश सिंह के तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अंग्रेजों ने भारत को आजाद तो किया, लेकिन शासन चलाने के लिए संविधान नहीं दिया था। हमलोगों को संविधान डॉ. भीम राव अम्बेडकर ने दिया है। हम भारतीय भारतीय कानून के लिए डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर के आभारी रहेंगे। श्री दूबे ने कहा कि डॉ. भीम राव अम्बेडकर के सामाजिक-राजनैतिक को पूरा करने हेतु चौकीदार दफादारों के उद्धारक और मंडल आयोग के जनक राम अवधेश सिंह, पूर्व सांसद ने जीवन भर संघर्ष किया। इनकी इस संघर्ष में सफलता भी मिली है।
वीर नारी पार्वती देवी ने संगठन के भविष्य के लिए शुभकानाएं देते हुए कहा कि अगर नेक विचार हो और जायज मांग हो तो सफलता जरूर मिलती है। आप लोग अपने जायज मांगो के लिए संघर्ष करते रहिए और सफल होइए, मेरी शुभकामनाएं है।
अध्यक्षता करते हुए रामानंद सिंह ने कहा कि गृह विभाग के आदेशों का पालन पुलिस पदाधिकारी द्वारा नहीं किया जाता है।
इस अवसर पर सर्व श्री जितेंद्र कुमार अरुण, जानकी प्रसाद सिंह, वंशलयक शर्मा, रामदयाल सिंह, रंगलाल, काशीनाथ सिंह, संजय कुमार, शोभा देवी, लाल जी सिंह, वीरेंद्र सिंह, जीउत राम, रमेश कुमार, राजू पासवान, विनीत कुमार ओझा, इंद्रजीत कुमार, प्रेमचंद्र कुमार सहित सैकड़ों चौकीदार दफादार एवं आम जनता ने अपना विचार व्यक्त किया।