RKTV NEWS/सिवान (बिहार)15 नवंबर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा जनजातीय गौरव दिवस एवं धरती आबा-जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत जमुई जिला से की गई ।
सरकार के निर्देशानुसार राज्य के 24 जिलों में धरती आवास जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत जनजातीय गौरव दिवस 15 नवंबर से 26 नवंबर 2024 की अवधि के दौरान मनाया जाना है। इसमें सिवान जिला भी शामिल है।
इसी अभियान के तहत आज 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर धरती आबा- जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (DA-JGUA) योजना के तहत् शिविर का आयोजन डॉ भीम राव अम्बेडकर भवन के संवाद कक्ष में जिला पदाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें उप विकास आयुक्त, सिवान, जिला कल्याण पदाधिकारी, सिवान, सिविल सर्जन, सिवान, जिला कृषि पदाधिकारी, सिवान, श्रम अधीक्षक, सीवान, अनुमण्डल कल्याण पदाधिकारी, प्रखण्ड कल्याण पदाधिकारी एवं जिला अन्तर्गत अनुसूचित जनजाति के व्यक्ति सम्मिलित हुए।
सर्व प्रथम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री, नीतिश कुमार का जमूई जिला से लाईव टेलिकास्ट प्रसारित आगंतुकों के द्वारा देखा एवं सुना गय।
जिला पदाधिकारी द्वारा धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान योजना के माध्यम से जनजातीय समुदाय के विकास हेतु स्वास्थ, शिक्षा, आजीविका के अंतर की पूर्ति किये जाने एवं विभिन्न योजनाओं के क्रियान्यवन हेतु विस्तृत रूप से मंच के माध्यम से बताया गया। उन्होंने बताया कि जनजातीय समुदाय के लोगों के चौमुखी विकास हेतु जिला प्रशासन कृत संकल्पित है।
इस दौरान जनजातीय लोगों के बीच राशन कार्ड,आयुष्मान कार्ड, पेंशन योजना का लाभ, आवास योजना का लाभ तथा अन्य विभिन्न योजना का लाभ दिलाने हेतु विशेष अभियान चलाया जाएगा।
जिला पदाधिकारी एवं उप विकास आयुक्त के द्वारा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार राहत के 09 पीड़ितों को मुआवजा राशि, 03 अनु० जनजाति के लाभुकों को श्रम कार्ड, 05 अनु० जनजाति के लाभुकों को आयुष्मान कार्ड, 10 अनु० जनजाति के लाभुक को जॉब कार्ड एवं 07 अनुसूचित जनजाति के किसानों को बीज का वितरण किया गया।
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (DA-JGUA) योजना के तहत् आयोजित शिविर में स्वास्थ विभाग, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, डी०आर०सी०सी० का स्टॉल लगाया गया था जिसमें शिविर में आये अनुसूचित जनजाति के व्यक्तियों को सरकार के द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न योजनओं के बारे में बिस्तृत रूप से बताया गया।
वर्णित शिविर में सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में स्थानीय जनजाति के समुदाय के द्वारा गोंडउ नृत्य का प्रस्तुतिकरण किया गया।
अंत में जिला कल्याण पदाधिकारी, सिवान के द्वारा शिविर में आये सभी अनुसूचित जनजाति के व्यक्तियों को धन्यवाद ज्ञापन किया गया एवं कार्यक्रम का समापन किया गया।