जंग खा रही बोट और बिखरे पत्ते है दर्शनीय।
आरा/भोजपुर(अनिल सिंह) आरा के वीर कुंवर सिंह पार्क की बदहाली का मंजर इस कदर है की लोग मुफ्त में भी जाना पसंद नहीं करते है।स्वच्छ भारतअभियान का पर्यायवाची बने पार्क में पूर्व में लगी बोट जंग खा रही है,पेड़ पौधों के पत्ते जहां तहां बिखरे पड़े हैं । जबकि इसमें प्रवेश शुल्क 10रू वसूली जाती है और गाड़ियों के पार्किंग की भी शुल्क 10रू निर्धारित है ऐसे में भी इस पार्क का ऐसे बदहाली को झेलना जिला प्रशासन के लिए एक सवाल को जन्म देता है। प्रातः समय घूमने वाले आम जनता और कभी कभार दूर दराज से आए अतिथियों के सत्कार में शहर वासियों का यहां आना होता है लेकिन इसकी बदहाली की सूरत देख वो भी अपने आप को शर्मिंदा महसूस करते हुए तुरंत ही अतिथिय सत्कार की भावना को भुला घर की ओर वापस लौट जाते है। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो यह पार्क सिर्फ युवक और युवतियों के लिए एक सुरक्षित आश्रय के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा है।